आयकर (इनकम टैक्स) वह कर है जो सरकार लोगों की आय पर आय में से लेती है। आयकर एक कर कि सरकारों को अपने क्षेत्राधिकार के भीतर सभी संस्थाओं द्वारा उत्पन्न वित्तीय आय पर लागू होता है। कानून के अनुसार, व्यवसायों और व्यक्तियों के लिए तय है कि वे किसी भी करों देने या एक कर वापसी के लिए पात्र हैं हर साल एक आय कर रिटर्न फाइल करना होता है।आयकर धन का एक महत्वपूर्ण स्रोत है जिसे सरकार अपनी गतिविधियों निधि और जनता की सेवा करने के लिए उपयोग करता है। यह प्रायः एक खास सीमा से अधिक आय वालों द्वारा अदा किया जाता है। उदाहरण के लिये भारत के बजट 2017-2018 के प्रावधान के अनुसार तीन  लाख रुपए से अधिक आय वाले व्यक्ति आयकर दाताओं की श्रेणी में आएँगें। तथा उन्हें आयकर अदा करना होगा। महिलाओं के लिए यह सीमा तीन लाख पचास हजार रुपए  है,और वरिष्ठ नागरिकों के लिए तीन लाख रुपए रखी गई है। कभी कभी एक खास रकम से ऊपर के आय वालों को अतिरिक्त कर भी देना होता है। मसलन वर्तमान  के बजट में  पचास लाख रुपये सालाना से ज़्यादा आय वालों को १०% प्रतिशत  सरचार्ज अतिरिक्त कर देना होगा । आयकर में निजी कमाई और कंपनियों की आमदनी दोनों शामिल हैं।
1फरवरी 2017 घोषणा के बाद निम्नलिखित टैक्स स्लैब लागू होगा:
वार्षिक आयआयकरशिक्षा उपकरउच्चशिक्षा उपकर
0-3 लाख रुपये तकशून्यशून्यशून्य
2.5-5 लाख रुपये5%2%1%
रुपये 5 रुपये 10 लाख20%2%1%
10 लाख रुपये से ऊपर30%2%1%
50 लाख रुपये से ऊपर30%+ 10% सरचार्ज
1 करोड़ रुपये से ऊपर30%+ 15% सरचार्ज
https://www.youtube.com/watch?v=BmRdfiPWhOI&list=PL1tYyW0mjl4h0ImfS0pUIcFe0gObcr2To

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